आमचुनाव की उद्घोषणा हो चुकी है। फागुन के गीत गाए जा रहे हैं। पेड़ों से पत्तियां झड़ने लगी है। मौसम का मिजाज बदल रहा है। राजनीतिक सरगर्मियों से बाजार गुलजार हो गया है। मतदाता बदलाव की बयार में ईवीएम का बटन दबाने के लिए तैयार बैठा है। जूतम-पैजार वाले माननीय जूते को सलाम कर रहे हैं। जूता आमचुनाव में अपनी भागीदारी निभाने के लिए जुगाड़ की जुगत तलाश रहा है।
सियासत के मैदान में टिकटों का खेल आरंभ हो चुका है। टिकट के खिलाड़ी लोकसभा नामक खेल खेलने के लिए, हाईकमान से अनुनय-विनय करने में लगे हुए हैं। हाईकमान है कि जिताऊ उम्मीदवार की तलाश में पानी के ग्लास के ग्लास पिए जा रहा हैं,फिर भी अंतिम निर्णय पर नहीं पहुँच पा रहा है। किसको को मैदान में उतारा जाए और किसको नहीं। युवा को उतारा जाए या फिर पुराने को या फिर नया चेहरा जीत का सेहरा बांध सकता है?कुछ इस तरह का संशय बना हुआ है। जिन नेताओं को अपने टिकट के कटने का भय सता रहा हैं,वे आलाकमान स्तरीय तांत्रिक से अपना भय दूर करवाने के लिए उनकी शरण में दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
इस बार होली का रंग चुनावी रंग में मिलकर एक नए रंग में नजर आएगा। राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रंग-बिरंगी योजनाओं की पिचकारिओं से मतदाताओं को रंगने की कोशिश करेंगी। लेकिन इस बार मतदाता के हाथ में भी लोकलुभावन योजनाओं को रंगने का रंग-गुलाल रहेगा। आज का मतदाता बहुत समझदार है। वह अच्छी तरह से जानता है कि किसको किस रंग में रंगना है। उसे पता है कि देश के भविष्य का चुनाव है,इसलिए ईवीएम का बटन दबाने से पहले सौ बार सोचेगा।
मगर राजनीतिक पार्टियां भी देश के भविष्य को मजबूत हाथों में देने के बात बार-बार कहेंगी।बरगलाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाएंगी। जुमले के झूले में झुलाने के लिए मतदाताओं को रिझाएंगी। हो सकता है खरीद-फरोख्त की रोक के बावजूद भी अमूल्य वोट का मूल्य निर्धारित करके उसे खरीद लिया जाए। क्योंकि यहाँ पर अच्छे धाम लगने पर बिकने वालों की भी कमी नहीं है। यह लोग खुद का भविष्य सुधारने के लिए किसी का भी भविष्य बिगाड़ सकते हैं। देश का भविष्य बनाना तो इनका एक बहाना है। असल में तो यह खुद का भविष्य बनाने में लगे रहते हैं।
सही मायने में देश का भविष्य नेताओं के हाथ में नहीं है, बल्कि मतदाता की उस ऊंगली पर है,जिससे ईवीएम का बटन दबाया जाता है। लेकिन कई बार मतदाता की उंगली को पता नहीं क्या हो जाता है,जो बहुतों की उम्मीदों पर पानी फेर देती है।
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