27 Dec 2020

बधाई का कैप्शन

 


मैं सोच रहा हूँ कि लोगों को अबकी बार नववर्ष पर कुछ इस तरह से बधाई दूं कि लोग मेरी बधाई को उसी तरह याद रखें,जिस तरह विशेष अवसर पर दिए गए सबसे महंगे उपहार को याद रखते हैं। बाकी सभी की बधाई को उसी तरह से भूल जाएं,जिस तरह से नेतागण चुनाव जीते ही आवाम से किए गए वादे भूल जाते हैं। बधाई शेरो-शायरी के अंदाज में दूं या कविता के मिजाज में, यह समझ नहीं आ रहा है। स्वरचित दूं या सर्चजन गूगलदेव की शरण में जाकर कॉपी-पेस्ट कर दूं। पोस्टर बनाकर दूं या फिर वैसे ही पोस्ट कर दूं। वैसे तो वैसे ही लगेगी,जैसे त्योहारी सीजन में मिलावटी मावे की मिठाईयां लगती हैं।


सोचा,पोस्टर बनाकर ही दे डालता हूँ। मैंने पोस्टर के लिए,सबसे पहले गूगलदेव से याचना की कि हे गूगल महाराज, एक पोस्टर इमेज सर्च कर दीजिए। मैंने एक के लिए कहा और उसने हजारों दिखा दी। वो भी एक से बढ़कर एक आकर्षित करने वाले। उनमें से अब किस एक को डाउनलोड करूं,जो कि मेरी बधाई को यादगार बना दे। यादगार के लिए मैंने मददगार की सलाह लेना उचित समझा। ऐसे समय में  धर्मपत्नी से बड़ा मददगार और कौन हो सकता है भलासो,मैंने धर्मपत्नी को इंटरनेट युग के आराध्य देव गूगल महाराज के द्वारा दिखाए गए पोस्टर चित्रों को दिखाया। धर्मपत्नी ने एक दो-बार ऊपर-नीचे स्क्रॉल करके एक ऐसे चित्र पर उंगली रखी,जो कि मुझे कम ही पसंद था,लेकिन पत्नी की पसंद को नापसंद में बदलना,शामत को आमंत्रण देना है।

धर्मपत्नी द्वारा चयनित इमेज को डाउनलोड करके उसे ऐप के पास ले गया,जो कि एडिटिंग करके उसे पोस्टर के रूप में परिवर्तित करता है और इतना आकर्षित बना देता है कि कम पसंद भी बहुत पसंद आने लगता है। ऐप ने जादूगर की तरह दो ही मिनट में पोस्टर बना डाला।मैंने तुरंत सेव किया और सोशल मीडिया के सबसे बड़े प्लेटफार्म फेसबुक पर गया। वहाँ पोस्ट करने से पहले ही मेरा मन मुझसे बोला,‘तू कोई नेता है क्यायह पोस्टर क्यों पोस्ट कर रहा है?’ मैंने कहा, ‘ नववर्ष की बधाई देने के लिए।मन ने कहा, ‘तू तो लेखक है,लेखक की तरह बधाई दे।’ 

लेखक किस तरह से बधाई देते हैं,यह मुझे पता नहीं। सोचा,किसी लेखक से पूछा जाए। क्योंकि एक लेखक ही एक लेखक की मनोस्थिति को समझ सकता है। सो,मैंने एक लेखक से पूछा। उसने लेखकीय शैली में बधाई देने के लिए कहा। मैं लिखता हूँ,व्यंग्य। व्यंग्यात्मक शैली में नववर्ष की बधाई देना,डिसलाइक लेना है। सोमैंने अपने मन से पूछा,‘अब क्या करूंसोशल मीडिया पर नववर्ष की बधाई नहीं दी तो मेरा सोशल मीडिया पर रहना ही व्यर्थ है।मन कहा, ‘पोस्टर तो तू यही पोस्ट कर देमगर कैप्शन ऐसा लिख कि सब तेरे मुरीद हो जाएं।अब आप ही बताइए बधाई का कैप्शन,जो कि लोग मेरे मुरीद हो जाएं।

 मोहनलाल मौर्य