व्यक्ति चार लोगों से डरता है।
इन चार का न हो तो मनुष्य क्या से क्या कर डाले। कभी ना कभी इन चार से आपका भी
पाला पड़ा होगा क्योंकि ये ‘चार लोग’ आप हम में से
ही होते हैं। जरूरी नहीं पुरूष ही हो। महिलाएं भी हो सकती हैं,बल्कि महिलाएं ज्यादा
होती हैं। ये चारों नारदीय गुणों से युक्त होते हैं।
राई का पहाड़ और बात का बतंगड़ बनाना इनका ‘ऑल आइम फेवरेट’ काम होता है। ये किसी
के फटे में ही टांग नहीं अड़ाते, बल्कि कई बार तो अच्छे-भले को पहले खुद फाड़ते
हैं,फिर उसमें टांग अड़ाकर उसे चीर ही डालते हैं। ये पुराने से पुराने और नए से नए
में भी अपनी टांग फंसाने हा हुनर रखते हैं। ये चरित्र से लेकर इज्जत और अफवाह से
लेकर कानाफूसी तक को उछालने,उड़ाने और हवा देने में गजब के माहिर होते हैं। चार लोग क्या कहेंगे!
यदि आप यह सोच रहे हैं कि ‘ये
चार’ कहां पाए जाते हैं,तो ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं। आप नजरें उठाकर देखिए,‘ये
चारों’ आपको आपपास ही मिल जाएंगे। यदि चार न दिखकर तीन ही दिखें तो भी चिंतित मह
होइए,क्योंकि कभी-कभी तो आप स्वयं भी इन्हीं चार में से एक होते हैं।
दरअसल, ये चार लोग अपनी शातिर
निगाहों से चलते-चलते कब अपने मतलब की बात ताड़ जांए, खुद उन्हें भी पता नहीं
चलता। शास्त्रों में ‘ताड़न के अधिकारी’ इन्हें ही कहा गया है,क्योंकि ‘ताड़
जाने पर इनका खासा अधिकार होता है।’
कौन कब घर आ रहा है, कब जा
रहा है? कहां से आ रहा है,कहां जा रहा है? किसके नल में ज्यादा
पानी आता है, किसके में कम? रामू के घर में क्या चल रहा है? श्यामू की बीवी बेलन
से उसकी रोज मरम्मत क्यों करती है? मदन की बीवी अपनी पड़ोसिनों
कमला और विमला से क्या कानाफूसी करती है? जेठाराम का लड़का किसकी लड़की
से नैन मटक्का कर रहा है? इन सब बातों की भनक लगते ही ‘ये
चार’ इन रहस्यों को किसी सैटेलाइट की तरह अफवाह की कक्षा में प्रेक्षपित कर देते
हैं। बाकी का काम ‘मोहल्ले का सौरमंडल’ कर देता है।
इनकी पहली शर्त होती है ‘देख, तुझे बता
रहा हूं, किसी से कहना मत।’ यदि आप कह भी दें कि ‘मैं तो बताऊंगा’, तब भी इनके पेट
में कुछ टिकेगा नहीं, ये आपको सब बताकर ही चैन लेंगे। वस्तुतः इन चारों की पाचन
शक्ति बहुत कमजोर होती है। इन्हें कोई बात बताकर भले ‘कसम का चूर्ण’ खिला दो, बात
पचेगी नहीं। मरोड़ उठेगी और ये तुंरत किसी के कान में उल्टी कर देंगे।
लोग सलाह देते हैं कि समाज
में इज्जत और शांति से रहना है तो इन चार लोगों से बचों, लेकिन सलाह देने वाला भी
तो इन चार में से एक होता है। अब उससे कैसे बचें?
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