तूफान धरा पर जरा कम,सोशल मीडिया पर पुरजोर आया। इसे लेकर ऐसा उत्साह दिखा,जैसा
नागिन डांस करते हुए दूल्हे के दोस्तों के चेहरे पर झलकता है। अलर्ट के बाद ऐसे
राह देख रहे थे,जैसे बड़े दिनों बाद मामा घर पर आ रहा हो। उत्साह की हवा ने तूफान
के वीडियों को इस तरह वायरल किया कि सोशल मीडिया पर धूल भरी आंधी चलती हुई तथा
मोबाइल में अंधेरा छाते हुए दिखा। तूफान को लेकर दिखा उत्साह
‘अमुख शहर में आ गया है। अभी हमारी
ओर बढ़ रहा।’ की टैग लाइन के साथ आया तूफान धरा पर आए तूफान
की स्पीड से कई गुणा तेजी से आता हुआ दिखा।
शायद ही ऐसा कोई फेसबुक वॉल या वाट्सएप बचा हो,जिसको तूफान ने अपनी चपेट में
नहीं लिया हो। जो भी चपेट में आया,उसी ने तूफान के बारे ऐसे बताया,जैसे न्यूज चैनल का एंकर किसी
सनसनीखेज खबर के बारे में बताता है। देखिए,तूफान का ये
अद्भूत दृश्य। देखेगे तो हिलाकर रख देगा। जिसे देखकर लोग बिना आए तूफान के ही
घरों की खिड़की,दरवाजे बंद करते हुए दिखे। उस दौरान जरा-सी
आंधी भी चली,तो सोशल मीडिया पर आया तूफान धरा पर उतरते हुए दिखा। पेड़-पौधे उखड़ते
और टीन-टप्पर उड़ते हुए दिखे। मकान धराशायी होने लगे। कुछ लोग तूफान को मोबाइल में कैद करने के लिए छत पर चढ़ गए,ताकि मोबाइल
में बवंडर कैद हो जाए, तो वे भी सोशल मीडिया पर तूफान ला दे,उनमें
ऐसा उत्साह दिखा।
एकाएक आए बवंडर के बाद तो भविष्यवाणी वाले भी
अपना अनुभव साझा करते हुए दिखे। जबकि धरा पर आए बवंडर से पहले भविष्यवक्ताओं की
दिमाग की बत्ती गुल कैस हो गई थी? उन्होंने पहले आगाह
क्यों नहीं किया? उनकी वाणी को क्या लकवा मार गया था,जो बूंदाबांदी की भी मूसलाधार भविष्यवाणी कर देते हैं।
धरा पर तो तूफान घंटा या आधा घंटा ही आया होगा, लेकिन सोशल मीडिया पर पुरजोर
से आए तूफान की धूल अब भी रह-रहकर उड़ रही है। धूल-कण आंखों में चुभ रहे हैं।
बार-बार आंखों को मसलने के बाद भी रमे हुए है।
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